failure is the key to success

How has a failure, or apparent failure, set you up for later success?

बचपन में मुझे याद है मेरा पढ़ने लिखने में बिल्कुल मन नहीं लगता था।पर दूसरों के जब अच्छे परिणाम आते तो मुझे दुःख लगता की मेरे अच्छे मार्क्स क्यों नहीं आते।प्रारंभ में मैं अपने जीवन में सफलता प्राप्त करने में बहुत पीछे था। मेरे अंदर निराशा की भावना स्थान बनाने लगी थी। फिर मैंने सोचा कि मैं क्यों नहीं सफल हो सकता हूं। यह प्रश्न मुझे झकझोर गया और मेरे अंदर उत्साह का भाव संचारित हुआ। मैं लगन और परिश्रम से अपनी पढ़ाई में लग गया। परिणामस्वरूप मुझे क्रमश: सफलताएं मिलने लगीं। उत्साहवर्धन हुआ और मैं अपने जीवन में एक सफल व्यक्ति के रूप में उभरा।  प्रारंभिक असफलताओं के आधार पर किसी को भी अपने भविष्य का निर्धारण नहीं करना चाहिए।हमारे अंदर क्षमता की कमी नहीं होती है। आवश्यकता होती है उसको समझने की, उसको प्रोत्साहित करने की तथा मार्गदर्शन की।जीवन के प्रारंभिक चरण में असफल होने से निराश नहीं होना चाहिए। उसे चुनौती के रूप में लेना चाहिए क्योंकि असफलता भी सफलता का मार्ग दिखा सकती है तथा एक सीढ़ी का कार्य कर सकती है। प्राय: हम यह अनुमान लगा लेते हैं कि प्रारंभ में यदि विद्यार्थी पढ़ाई में कमजोर है तो वह भविष्य में सफल नहीं हो सकता लेकिन हमारी यह अवधारणा निराधार है। इस बात का उदाहरण मैं स्वयं हूं।

असफलता हमारे व्यक्तिगत स्तर पर, व्यावसायिक स्तर पर या किसी प्रतियोगी परीक्षा मे विफल हो जाने की वजह से प्राप्त होती है । जिसकी वजह से हम निराश हो जाते है और हमें अपने आप पर गुस्सा आने लगता है | मगर हमें अपने गुस्से को शांत करके विफलता के कारणो पर ध्यान देना चाहिए |असफलता का एक चुनौती की तरह सामना करो और जीवन मे सफल होने के लिए जिन कार्यो की जरुरत है उन पर अपना ध्यान केंद्रित करे। क्योकि जब तक हम जिन्दा है तब तक कुछ कार्य में हम सफल होंगे और कुछ मे असफल भी होंगे | लेकिन हम अपनी सफलताओ को भूल कर अपनी असफलताओ पर ही ध्यान केंद्रित कर दुखी होते रहते है |हम मे से अधिकांश लोग हमेशा अपने आप की तुलना दुसरो से करते रहते है अगर हम तुलनात्मक रूप से उनसे आगे है तो खुश हो जाते है और अगर उनसे पीछे है तो दुखी हो जाते है | हम अपनी सफलता की भी तुलना  दूसरे की सफलता से करने लगते है जिसकी वजह से हम कभी खुश नहीं सकते है | हमें अपने मन को शांत करके ठन्डे दिमाग से काल्पनिक दुनिया से बहार आकर वास्तविकता को स्वीकार कर असफलता के कारणो पर विचार करना चाहिए ताकि हम अगले प्रयास मे सफलता को पा सके |   इसलिए हमें अपने आप को पहले ही हर परिस्थिति के लिए तैयार करना चाहिए ताकि असफलता हाथ लगने पर भी हम हिम्मत न हारे और फिर से उठ कर सफल होने की राह मे आगे बढ़े।


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